कछवा थाने में पत्रकार पंकज उपाध्याय पर फर्जी मुकदमा” यूनियन में आक्रोश! सस्पेंड करने की मांग |
Nmt News,परमेश्वर सिंह / मिर्जापुर के कछवा थाने में उपनिरीक्षक रमेश राम के षड्यंत्र के द्वारा यू.पी 24 चौनल के पत्रकार पंकज उपाध्याय पर फर्जी तरीके से मुकदमा दर्ज किया गया। इसी घटना को देखते हुए पुलिस के द्वारा पत्रकारों का शोषण ना हो यह सब घटनाओं को लेकर आज आइडियल जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन के राष्ट्रीय सचिव वीरेंद्र गुप्ता के साथ दर्जनों पत्रकारो ने मिर्जापुर पुलिस अधीक्षक व क्षेत्राधिकारी को लेटर देकर कछवा थाने के उपनिरीक्षक रमेश राम को सस्पेंड करने की मांग की है। दरअसल घटना क्रम कुछ इस प्रकार है। कि पंकज उपाध्याय कल्याण पुर अपनी रिश्तेदारी मे गये हुए थे। दिनांक 23/5/2021 की शाम को क़रीब 2:00 बजे तो वहां देखे कि दो पक्षों में लाठियां चली हुईं थी जिसमें दोनों पक्षों को चोटे आई इस घटना को पंकज उपाध्याय ने भी अपने चैनल के माध्यम से प्रकाशित किया था। घटना की सूचना लिखित रूप मे दिनांक 24/5/2021 को हल्का इन्चार्ज को दे दी गयी। हल्का इन्चार्ज ने प्रार्थना पत्र नही लिया और कहा कि घटनास्थल पर आकर जांच करने के बाद कार्यवाही करूंगा। परन्तु सूत्रों के हवाले पता चला कि दिनांक 29/5/2021 को बिना जांच किये ही उपनिरीक्षक ने सुजीत पाडेय, अभिषेक पाडेय, और प्रदीप पाडेय के साथ ही पत्रकार पंकज उपाध्याय पर मुकदमा दर्ज कर दिया। जबकि पंकज उपाध्याय घटनास्थल पर मौजूद नही थे। ऐसा ही एक मामला और कछवा पड़ेरी का है। वहां भी दो पक्षों में जमीन को लेकर विवाद हुआ था और लाठी, डंडा, बरछा तक चला उसमें भी कछवा थाने के उपनिरीक्षक रमेश राम ने विपक्षी से मिलकर झगड़ा में न रहने वाले श्री प्रकाश सिंह के ऊपर भी खाकी का रौब दिखा कर गलत मुकदमा दर्ज कर दिए। जो कि श्री प्रकाश सिंह (P.R.D) प्रांतीय रक्षक दल में कार्यरत है। और घटना के वक्त अपने ड्यूटी विंध्याचल एफसीआई गोदाम में तैनात थे।योगीराज में पत्रकारों का उत्पीड़न बंद नहीं हो रहा है। जबकि मुख्यमंत्री का आदेश है कि बिना जांच किये पत्रकारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं किया जायेगा। पुलिस मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस आदेश की धज्जियां उड़ा रही है। यह आज पहली घटना नही है पहले से ही मिर्जापुर की पुलिस ने पत्रकारों का बराबर उत्पीड़न करती चली आ रही है।