नवी मुंबई एपीएमसी क्षेत्र में अवैध झोपड़पट्टी का खुलासा – बांग्लादेशी नागरिकों के रहने की आशंका, रेशमा उर्फ़ जोया खान पर लगा गंभीर आरोप
परमेश्वर सिंह, नवी मुंबई: विश्वसनीय सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार नवी मुंबई एपीएमसी पुनीत कॉर्नर स्थित सिडको के प्लांट क्षेत्र में “एकता नगर” नामक अवैध झोपड़पट्टी तेजी से विकसित हो रही है। आरोप है कि इस झोपड़पट्टी का संचालन रेशमा उर्फ़ जोया खान नामक महिला द्वारा किया जा रहा है, जो कथित रूप से सरकारी भूमि पर कब्जा कर झोपड़ियाँ ₹4 से ₹5 लाख तक में बेच रही है। सूत्रों का कहना है कि इस झोपड़पट्टी में कई संदिग्ध बांग्लादेशी नागरिक फर्जी पहचान पत्रों के माध्यम से नाम बदलकर रह रहे हैं। इन लोगों द्वारा आधार कार्ड, राशन कार्ड और अन्य दस्तावेज़ बनवाने की भी आशंका जताई जा रही है। स्थानीय निवासियों ने बताया कि यह पूरा इलाका सिडको की अधीनस्थ भूमि है, जहाँ किसी भी प्रकार का निजी निर्माण पूर्णतः अवैध है। इसके बावजूद भूमि पर झोपड़पट्टी बनाकर कब्जा करने और उसे आगे बेचने का यह सिलसिला लगातार जारी है, ‘स्थानीय लोगों की मांग’– क्षेत्र के नागरिकों व सामाजिक संगठनों ने इस मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। उनका कहना है कि – नवी मुंबई पुलिस, सिडको प्रशासन और नवी मुंबई महानगरपालिका (NMMC) को मिलकर इस पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश करना चाहिए। कानून के अनुसार यदि आरोप सही पाए जाते हैं, तो संबंधित व्यक्तियों पर निम्न धाराओं के तहत कार्रवाई की जा सकती हैँ – 1) BNS धारा 324 – सरकारी भूमि पर अवैध कब्जा, 2) BNS धारा 420 – धोखाधड़ी और छल, 3) BNS धारा 467, 468, 471 – फर्जी दस्तावेज़ तैयार करना और उपयोग करना, साथ ही विदेशी नागरिक अधिनियम 1946 और पासपोर्ट अधिनियम 1967 के तहत भी बांग्लादेशी नागरिकों की अवैध उपस्थिति पर सख्त कार्रवाई संभव है। स्थानीय प्रतिक्रिया – एक स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता ने कहा – यह सिर्फ अवैध कब्जे का मामला नहीं, बल्कि एक सुनियोजित नेटवर्क का हिस्सा प्रतीत होता है। यदि समय रहते प्रशासन ने कार्रवाई नहीं की, तो यह क्षेत्र भविष्य में गंभीर सुरक्षा जोखिम बन सकता है। प्रशासनिक सूत्रों का कहना है कि संबंधित अधिकारियों को मामले की प्रारंभिक जानकारी दे दी गई है और शीघ्र ही भूमि कब्जा, नागरिक पहचान व दस्तावेज़ों की जांच शुरू की जा सकती है।