करनाला बैंक घोटाला से नाराज लोगो ने आज कलंबोली राजमार्ग पर 10:30 बजे किया चक्का जाम आंदोलन।
परमेश्वर सिंह / महाराष्ट्र, पनवेल में पनवेल संघर्ष समिति के अध्यक्ष कांतिलाल कडू के नेतृत्व में करनाला नगरी सहकारी बैंक के खाताधारकों ने मंगलवार 6 जुलाई की सुबह दोनों सरकारों को जगाया क्योंकि राज्य और केंद्र सरकारें लगभग 1,600 करोड़ रुपये के बैंक घोटाले के बावजूद प्रहरी की भूमिका निभा रही हैं। कलंबोली में एमजीएम अस्पताल के सामने सुबह 10:30 बजे हाईवे जाम करने का निर्णय लिया गया। और यहां ‘रस्ता रोक्को’ आंदोलन किया गया। पिछले साल से पनवेल संघर्ष समिति सहकारिता विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों सहकारिता मंत्री बालासाहेब पाटिल, विधान परिषद के उपाध्यक्ष डॉ0 निलमथाई गोरहे, पुलिस महानिदेशक,राजेंद्र सिंह, रंजन शर्मा, सीआईडी, सरोज सरोदे, अधीक्षक, सीआईडी, पुणे, जमाकर्ताओं के पैसे वापस पाने के लिए लगातार बैठकें कर रहे हैं। इसमें उन्होंने उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू और केंद्रीय वित्त मंत्रालय के अधीक्षक शैलेंद्र कुमार के साथ करनाला बैंक घोटाले का पत्राचार के माध्यम से उल्लेख किया किया गया है। जिसने करनाला बैंक घोटाले की जांच को और अधिक प्रमुखता दी है। जमाकर्ता भी आश्वस्त हैं कि पनवेल संघर्ष समिति की कड़ी लड़ाई एक बड़ी सफलता रही है क्योंकि मुख्य आरोपी को सीधे मुंबई कार्यालय सक्ता निदेशालय (ईडी) के द्वारा गिरफ्तार किया गया है। जमाकर्ताओं की भावनाओं का सम्मान करते हुए कडू ने राज्य में महाविकास अघाड़ी सरकार और केंद्र में भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार का ध्यान आकर्षित करने के लिए आंदोलन का आह्वान किया है। आंदोलन करनाला बैंक का व्यवसाय लाइसेंस रद्द करने जमाकर्ताओं को 5 लाख रुपये तक के बीमा कवर का भुगतान व अन्य दोषियों की गिरफ्तारी और दोषियों की संपत्ति को जब्त करने और उन्हें जल्द से जल्द नीलाम करने की मांग आज आंदोलन में किए है।