धुएं की आड़ में युवाओं की नसों में घोला जा रहा है चरस और गांजा
परमेश्वर सिंह / उत्तर प्रदेश कानपुर में हाई कोर्ट के प्रतिबंध के बाद भी शहर के अलग-अलग हिस्सों में खुलेआम हुक्के की आड़ में नशे का कारोबार किया जा रहा है। जहां पर बालिग नाबालिग युवाओं की नसों में चरस,गांजा जैसी चीजों का नशा घोला जा रहा है। बताते चलें कि शहर में बने कई हुक्का बारों में हुक्के की आड़ में नशे का काला कारोबार चलाया जा रहा है जिसकी भनक ना ही स्थानिक पुलिस को रहती है और ना ही जिले के आला अधिकारियों को। कुछ लोगों का कहना है कि शहर में चल रहे अधिकांश हुक्का बार स्थानीय पुलिस की मिलीभगत से चलाए जा रहे हैं। जिसमें नवयुवक युक्तियां आकर चरस,गांजा व इस्मेक जैसी चीज मिलाकर पीते हैं। जिससे युवा नशे का आदी हो जाता है और इन हुक्का बार संचालकों को मोटा मुनाफा भी होता है सौ रुपए में बिकने वाली चीजों को यह लोग अपने बार में दो सौ से ढाई सौ तक में बेचते हैं। ओके की आड़ में नशे का यह गोरखधंधा खुलेआम चलाया जा रहा हैँ। ऐसा ही एक हुक्का बार स्वरूप नगर थाना क्षेत्र में ट्री हाउस कैफे के नाम से चलाया जा रहा है। जिसका संचालन उज्जल तिवारी नाम के युवक द्वारा किया जाता है। लोगों की माने तो उज्जवल शहर के अलग-अलग क्षेत्र से नव युवाओं को बहला-फुसलाकर लाता अपने कैफे में बुलाता है और फिर उन्हें नशे का आदि बनाता रहता है।