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नवी मुंबई महानगर पालिका चुनाव की तैयारियाँ तेज़ – परिसीमन पर मचा घमासान, स्थानीय मुद्दे बने चुनावी एजेंडा

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परमेश्वर सिंह, नवी मुंबई: नवी मुंबई में आगामी महानगर पालिका चुनाव को लेकर राजनीतिक हलचल तेज़ हो गई है। राज्य चुनाव आयोग द्वारा वार्ड परिसीमन (वॉर्ड सीमांकन) का ड्राफ्ट जारी होने के बाद से ही राजनीतिक दलों के बीच जुबानी जंग शुरू हो गई है। भाजपा, कांग्रेस, शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट), शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) और एनसीपी (अजित पवार व शरद पवार गुट) – सभी दल मैदान में सक्रिय हो गए हैं। ‘वार्ड परिसीमन पर उठे सवाल’ इस बार नवी मुंबई महानगर पालिका (NMMC) के वार्डों का नया ड्राफ्ट जारी किया गया है, जिसमें कई पुराने वार्डों की सीमाएँ बदली गई हैं और कुछ नए क्षेत्र जोड़े गए हैं। इस बदलाव को लेकर भाजपा और एनसीपी ने आरोप लगाया है कि परिसीमन कुछ दलों के हित में किया गया है। विपक्षी दलों का कहना है कि “कुछ वार्डों की सीमाएँ जानबूझकर इस तरह तय की गई हैं जिससे सत्तारूढ़ दलों को लाभ हो।” चुनाव आयोग के पास अब तक 2,500 से अधिक आपत्तियाँ और सुझाव प्राप्त हुए हैं। आयोग ने कहा है कि सभी आपत्तियों की सुनवाई कर अंतिम परिसीमन सूची जल्द जारी की जाएगी। ‘चुनावी समीकरण और संभावित उम्मीदवार’– स्थानीय राजनीतिक समीकरण में इस बार मुकाबला त्रिकोणीय होने की संभावना है भाजपा – शिंदे गुट गठबंधन एक तरफ, कांग्रेस–शरद पवार गुट–शिवसेना (उद्धव गुट) दूसरी तरफ, वहीं स्वतंत्र उम्मीदवार और स्थानीय संगठन तीसरी ताकत के रूप में उभर सकते हैं। नवी मुंबई में बेलापुर, नेरुल, कोपरखैराने, वाशी, ऐरोली और घनसोली जैसे नोड्स में वोटर संख्या सबसे अधिक है। राजनीतिक दल अब इन क्षेत्रों में प्रचार प्रसार अभियान शुरू कर चुके हैं। प्रमुख चुनावी मुद्दे 1. स्थानीय विकास और नागरिक सुविधाएँ, सड़कों की हालत, पानी की सप्लाई, कचरा प्रबंधन और ट्रैफिक समस्या लोगों के बीच बड़ा मुद्दा है। 2. पर्यावरण और क्रीक संरक्षण:
बेलापुर और ऐरोली क्षेत्र के पास हो रहे अवैध निर्माण और मछुआरों की परेशानियाँ भी चर्चा में हैं। 3. हाउस टैक्स और झोपड़पट्टी पुनर्विकास, कई झोपड़पट्टी क्षेत्रों में पुनर्विकास कार्य अभी अधूरा है। हाउस टैक्स में बढ़ोतरी भी मतदाताओं की नाराज़गी का कारण बन सकती हैँ, मतदाता सूची और तिथि– राज्य चुनाव आयोग ने संकेत दिया है कि एनएमएमसी चुनाव की अधिसूचना जल्द जारी की जाएगी। मतदाता सूची का संशोधन कार्य अंतिम चरण में है। उम्मीद है कि मतदान 2025 के प्रारंभिक महीनों में संपन्न हो सकता है। नागरिकों में उत्सुकता- शहर के नागरिक इस बार के चुनाव को लेकर खासे उत्साहित हैं। पहली बार वोट डालने वाले युवा मतदाता भी राजनीतिक दलों के लिए अहम भूमिका निभा सकते हैं। स्थानीय निवासी का कहना हैं कि “इस बार हमें ऐसे प्रतिनिधि चाहिए जो शहर के विकास को प्राथमिकता दें, सिर्फ राजनीतिक नारे नहीं।” नवी मुंबई महानगर पालिका चुनाव केवल सत्ता परिवर्तन का सवाल नहीं, बल्कि शहर की विकास दिशा तय करने वाला चुनाव है। राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप जारी हैं, मगर नागरिक उम्मीद कर रहे हैं कि इस बार की लड़ाई सिर्फ “कुर्सी” की नहीं, बल्कि “नवी मुंबई के भविष्य” की हो।

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