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नवी मुंबई एपीएमसी मंडी में लूट का अड्डा! मन्नू गैंग के 4 सदस्य सक्रिय – पुलिस मौन, व्यापारी असुरक्षित

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परमेश्वर सिंह | एपीएमसी : नवी मुंबई के एपीएमसी पुलिस स्टेशन क्षेत्र की सब्जी मंडी गेट नंबर 7 के पास पिछले कुछ महीनों से लूट और जबरन वसूली की घटनाओं में लगातार वृद्धि हुई है। स्थानीय व्यापारियों ने आरोप लगाया है कि मन्नू नामक व्यक्ति अपने चार साथियों के साथ मिलकर रोज़ाना “सोरट काला पीला” के नाम पर ट्रक चालकों, मजदूरों और सब्ज़ी व्यापारियों से धमकाकर पैसों की उगाही कर रहा है। शिकायतें और सोशल मीडिया पोस्ट के बावजूद कार्रवाई नहीं? व्यापारियों और स्थानीय नागरिकों का कहना है कि उन्होंने इस मामले में कई बार एपीएमसी पुलिस स्टेशन में शिकायतें दर्ज कराई हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। यहां तक कि कई लोगों ने ट्विटर (X) और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पुलिस प्रशासन और नवी मुंबई पुलिस कमिश्नर को टैग करते हुए सहायता की मांग की, मगर पुलिस विभाग की चुप्पी ने आम जनता का भरोसा डगमगा दिया है। संपादक ने उठाई आवाज़ – एनएमटी न्यूज़ के संपादक ने इस मुद्दे को कई बार पुलिस विभाग के समक्ष और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर प्रमुखता से न्यूज प्रकाशित करते हुए सवाल उठाया और एपीएमसी पुलिस से तत्काल कार्यवाही की मांग की। संपादक ने कहा – लूट गिरोह की शिकायतें फोटो और वीडियो साक्ष्य सहित पुलिस विभाग को कई बार भेजीं। इसके बावजूद अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। यह लापरवाही आम जनता की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ है। मंडी के ब्यापारीयों ने पुलिस प्रशासन से मन्नू और उसके 4 साथियों की तत्काल कार्यवाही तथा गिरोह की जांच उच्च अधिकारियों द्वारा कराने की मांग की है। स्थानीय व्यापारियों में दहशत– एपीएमसी मंडी में प्रतिदिन हजारों ट्रक, व्यापारी और मजदूर आते हैं। गेट नंबर 7 के आसपास यह गिरोह खुलेआम लोगों को धमकाता है, और कई बार हाथापाई तक की घटनाएं भी हुई हैं। एक ट्रांसपोर्टर ने बताया – शाम ढलते और सुबह होते ही ये लोग एक्टिव हो जाते हैं। जो पैसा नहीं देता उसे डराया या पीटा जाता है। पुलिस की गश्त कभी-कभार ही दिखती है। ब्यापारीयों की मांग – 1. मन्नू और उसके 4 साथियों के खिलाफ तत्काल गिरफ्तारी की जाए। 2. एपीएमसी पुलिस स्टेशन की डिडक्शन ब्रांच की विभागीय जांच हो। 3. सब्जी मंडी गेट नंबर 7 पर सीसीटीवी कैमरे और पुलिस पेट्रोलिंग बढ़ाई जाए। 4. वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों द्वारा विशेष जांच दल (SIT) गठित की जाए। ‘प्रशासन पर उठे सवाल’ नवी मुंबई जैसे संगठित और विकसित शहर में यदि व्यापारी और मजदूर खुलेआम असुरक्षित महसूस करें, तो यह पुलिस की छवि पर बड़ा प्रश्नचिह्न है। मीडिया चैनल के संपादको ने चेतावनी दी है कि यदि इस मामले में जल्द कार्रवाई नहीं की गई तो मीडिया और नागरिक संगठन मिलकर जन आंदोलन शुरू करेंगे। एपीएमसी मंडी का यह मामला अब केवल लूटपाट का नहीं, बल्कि प्रशासनिक निष्क्रियता और पुलिस जवाबदेही का बन चुका है। जनता उम्मीद कर रही है कि नवी मुंबई पुलिस कमिश्नर स्वयं संज्ञान लेकर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें, ताकि आम नागरिकों का विश्वास फिर से बहाल हो सके।

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