Nmt News/ के मुख्य सलाहकार श्री संतोष पांडे जी के कलम से..
मिताई रोज करता मवाद सा तू पक रहा है
अब बंटवारा भूलकर सबकुछ मिला ले क्यों नही
तू क़ुरआने पाक की कसमो से नेता तोड़ ले
बेगुनाहो का तू कातिल आदम से नेता तोड़ ले
बे वजह दरंदगी का तू मसीहा हो गया है
पाकी खाल ओढे नापाकी आज़ादी के मकसद छल रहा है
आज़ादी की लड़ाई में जो थे पूर्वज तेरे रो रहे है
दगा किये तेरी करतूत पर दोजख जी रहें है
खून देकर ली आज़ादी के मकसद तू छल रहा है
बटवारे में ले हिस्सा भी देखो तू उंगली कर रहा है
गिर के मांगी थी जो माफी उसको तू भुला लगा है
बंगला देश इतिहास बना है कारगिल भुला लगा है
अब बंटवारा भूलकर सबकुछ मिला ले क्यों नही
तू तेरे आतंक का परचम ले के चल हम देख ले
पाक है तू नाम को नापाक मवादो सा है तू
अब एक नश्तर काफी है तुझको लोकतंत्र के नाम ले ही लू
फिर मैं देखू तेरी कुर्बत पे कहाँ तू रह सकेगा
इस धरा पर कौन तेरा फिर मसीहा बन सकेगा