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कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए NMMC आयुक्त अभिजीत बांगर के द्वारा बढ़ती बीमारियों को रोकने के लिए मजबूती से तैयार।

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परमेश्वर सिंह / नवी मुंबई में कोरोना पीड़ितों की दैनिक संख्या को देखते हुए “मिशन ब्रेक द चेन” का अधिक प्रभावी कार्यान्वयन शुरू किया गया है। अभिजीत बांगर दिन-प्रतिदिन की स्थिति पर पूरी तरह नजर बनाए हुए हैं। और सभी संबंधितों  नियमित रूप से बातचीत में सरकारी निवारक उपायों की योजना बनाई जा रही है। इस संबंध में आयुक्त ने एक तत्काल बैठक बुलाई और कोविड के बढ़ते प्रसार को रोकने के लिए त्वरित कार्रवाई का निर्देश दिया हैं। इसके लिए सभी आठ विभागों के लिए विभागीय स्तर पे सामान्य अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। और वे अपना जिम्मेदारी पूर्ण उपायों को नियंत्रित कर रहे हैं। आयुक्त ने छावनी क्षेत्र के प्रबंधन पर विशेष ध्यान देने और कोविड के बढ़ते प्रसार को रोकने के लिए कोरोना पीड़ितों से संपर्क करने का निर्देश दिया हैं। इसमें छावनी क्षेत्र का प्रबंधन संबंधित विभाग की जिम्मेदारी है। कि छावनी क्षेत्र के दिशानिर्देशों के अनुसार व आयुक्त और विभागीय अधिकारी को स्थानीय परिस्थितियों के अनुसार हीं तीन श्रेणियों में ठीक तरह से रोकना है। और मरीजों की संख्या के अनुसार छावनी क्षेत्र की श्रेणी निर्धारित करने के बाद पुलिस विभाग सहित क्षेत्र को प्रबंधित करने व बैनर लगाने तथा साफ सफाई करने की जिम्मेदारी भी विभाग कार्यालय के अधीनस्थ कर्मचारियों को सौंपी जानी चाहिए थी। यह सुनिश्चित करने की ज़िम्मेदारी है कि घर से अलग रहने वाला व्यक्ति घर नहीं छोड़ता है। इसे समाज के पदाधिकारियों पर तय किया जाना चाहिए। कि आयुक्त ने निर्देश दिया हैं कि घर के अलग अलग व्यक्ति के हाथों पर मुहर लगनी चाहिए और यदि घर में रहने वाला व्यक्ति घर छोड़ता है, तो उस पर कानूनी कार्यवाही हो जाना चाहिए। इसी तरह आयुक्त ने नागरिक स्वास्थ्य केंद्रों के सभी चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे कोरोना संक्रमण के संपर्क ट्रेसिंग की संख्या को 25 से बढ़ाकर 30 से अधिक कर दिया गया हैं। आयुक्त ने यह भी बताया कि ऐसे व्यक्तियों को खोजने के बाद उन्हें ठीक से प्रबंधित करना और उन पर पूरा ध्यान देना महत्वपूर्ण है। प्रत्येक प्रतिष्ठित उपचार केंद्र व अस्पताल निजी और प्रतिष्ठित उपचार केंद्र के लिए निगम द्वारा एक सामान्य अधिकारी नियुक्त किया गया है। आयुक्त ने सुझाव दिया कि प्रत्येक निजी अस्पताल को अपने अस्पताल के लिए एक सामान्य अधिकारी की नियुक्ति करनी चाहिए और दो सह-अधिकारी अधिकारियों को एक दूसरे के संपर्क में होना चाहिए ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि नागरिकों को बिस्तरों की उपलब्धता और अन्य मामलों के बारे में किसी भी समस्या का सामना न करना पड़े। विशेष रूप से अस्पताल के आईसीयू के वार्ड में इलाज करवा रहे मरीजों की स्वास्थ्य स्थिति के बारे में नियमित जानकारी लेने और वहां के बेड के प्रबंधन के बारे में सतर्क रहने का सुझाव दिया गया। और आयुक्त ने निर्देश दिया कि सिडको प्रदर्शनी केंद्र में एक कॉल सेंटर स्थापित करने के लिए त्वरित कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि नागरिकों को कोविड उपचार के लिए बेड की उपलब्धता के बारे में जागरूक करने के लिए जल्द से जल्द हेल्पलाइन नंबर की घोषणा भी की जानी चाहिए। रोगियों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर रखते हुए आयुक्त ने इंजीनियरिंग और स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिया कि कोविड केयर सेंटर को फिर से खोलने की प्रक्रिया में जो अस्थायी रूप से, समय पर बंद कर दी गई थी। आयुक्त ने कहा कि परीक्षण रिपोर्ट 24 घंटे के भीतर नवी मुंबई नगर निगम के आरटी-पीसीआर लैब से प्राप्त की जा रही है। और इसे किसी भी तरह से बाधित नहीं किया जाना चाहिए। क्योंकि कोरोना पीड़ितों की बढ़ती संख्या को देखते हुए यह जरूरी है कि नगर आयुक्त के द्वारा जारी किए गए कुछ प्रतिबंधों का सख्ती से पालन किया जाए।  कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए मास्क का नियमित उपयोग एक दूसरे से सुरक्षित दूरी रखने के साथ-साथ लगातार हाथ धोने और सेनिटाइज़र का उपयोग कोरोना के खिलाफ सुरक्षा के तीन ढाल हैं। इसलिए, नागरिकों को कोरोना सुरक्षा नियमों का कड़ाई से पालन करना चाहिए।

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