एनएमटी के बस क्रमांक ७१ की अनियमित सेवा से यात्री परेशान
परमेश्वर सिंह / नवी मुंबई: नवी मुंबई महानगरपालिका परिवहन उपक्रम के तहत बेलापुर से कल्याण ( तलोजा एमआईडीसी परिसर होकर) चलने वाली बस क्रमांक ७१ की अनियमित सेवा से इन दिनों यात्रियों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। ज्ञात हो कि लॉकडाउन से पहले यह सेवा लगभग निर्धारित समय पर चल रही थी परंतु लॉकडाउन खुलने के बाद इसकी अनियमित सेवा से यात्री भारी परेशान हो गए हैं। कल्याण स्टेशन से बेलापुर तथा बेलापुर स्टेशन से कल्याण रोजाना आने जाने वाले कई यात्रियों यात्रियों का कहना है कि उन्हें इस बस को पकड़ने के लिए घंटों इंतजार करना पड़ता है ।बस के आने का कोई निर्धारित समय नहीं है। सुबह की पहली बस रूट पर निकलने के बाद कोई भी बस समय सारिणी के अनुसार नहीं चलती है। यात्री घंटों इंतजार के बाद अपने काम तथा ऑफिस में देरी से पहुंचते हैं, जिसका उन्हें भारी खामियाजा भुगतना पड़ता है। उल्लेखनीय है कि इस बस से रोजाना तलोजा एमआईडीसी की कंपनियों में काम करने वालों का आना- जाना लगा रहता है। इसके अलावा इस परिसर में सिडको तथा निजी बिल्डरों द्वारा कई आवासीय इमारतों का निर्माण किए जाने से यहां लोग रहने के लिए भी आ गए हैं। जिससे कल्याण से बेलापुर तथा बेलापुर से कल्याण रोजाना आने – जाने वाले यात्रियों की संख्या में भारी इजाफा हो गया है। यहां यात्रियों की परेशानी का सबब तब होता है जब शाम को लौटकर बेलापुर से अपने घर जाने के लिए निकलते हैं। बेलापुर डिपो में लंबी कतार में लगने के बाद जब उन्हें पता चलता है कि फलां समय की बस रद्द हो गई है। ऐसे में घंटों भर इंतजार करने के बाद जब दूसरी बस भी रद्द हो जाती है तो आखिरकार यात्रियों को मशक्कत करते हुए अन्य साधनों के माध्यम से देर रात तक घर पहुंचना पड़ता है। सबसे आश्चर्य की बात तो यह है कि बेलापुर डिपो में बैठा हुआ एनएमएमटी का नियंत्रक भी यात्रियों को बता नहीं पाता कि दूसरी बस कितनी देर में छूटेगी। आए दिन डिपो में यात्रियों के साथ डिपो नियंत्रक का वाद- विवाद होना आम बात हो गई है। बस के रद्द होने का कारण पूछे जाने के बाद नियंत्रक का हमेशा की तरह रटा- रटाया उत्तर होता है कि बस ब्रेक डाउन हो गई है अथवा बस ट्रैफिक जाम में फंसी है। इस दौरान परेशान नागरिक तुर्भे के एन एन एम टी के कंट्रोल रूम आईटीएमएस में फोन करते हैं तो उन्हें टालमटोल जवाब ही मिलता है। यहां गौर करने वाली बात यह है कि इसी रूट पर पनवेल से कल्याण तथा कल्याण से पनवेल आने वाली बस नंबर ७३ अपने निर्धारित समय पर चलती है। इस बस से यात्रा करने वाले यात्रियों को कोई परेशानी नहीं है। मजे की बात यह है कि बेलापुर में बस न मिलने के बाद यात्री दूसरी बसों से कलंबोली हाईवे आकर ७३ नंबर की बस को पकड़ते हैं और कल्याण तक पहुंचते हैं। रोजाना इस बस की अनियमितता से परेशान कई यात्रियों का कहना है कि कई बार एन एम एमटी के प्रबंधन विभाग में शिकायत करने के बावजूद लापरवाही का सिलसिला बदस्तूर जारी है। इस बस से रोजाना सफर करने वाले राजेश चटर्जी ने बताया कि उन्हें बस की अनियमितता के कारण कई घंटों देर से अपने कार्यालय पहुंचना पड़ता है ।उन्होंने बताया कि कोरोना काल के बाद जहां बसों की फेरियों को बढ़ाया जाना चाहिए था, उसे न बढ़ाकर उल्टा कम कर दिया गया है। जबकि यात्रियों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है।श्री मुखर्जी का कहना है कि लोगों की मूलभूत सेवा में बस सेवा की भी आज विशेष भूमिका है। जिसे पूरा करना प्रशासन की जिम्मेदारी है। दिनेश इंदुरकर नामक एक अन्य यात्री जो पिछले ६ सालों से इसी बस से सफर कर रहे हैं का कहना है कि डिपो नियंत्रक का ड्राइवरों व कंडेक्ट्रों पर कोई नियंत्रण नहीं है। वह अपने मनमर्जी के मुताबिक काम कर रहे हैं और परेशान यात्रियों को होना पड़ रहा है। इसी प्रकार चंद्रकांत पाटिल नामक एक अन्य यात्री का कहना है कि बस की अनियमितता के साथ-साथ बस में ज्येष्ठ नागरिकों के लिए आरक्षित सीट भी नहीं है इसीलिए उन्हें रोजाना खड़े होकर ही सफर करना पड़ता है। पिछले २ सालों से इसी बस से सफर कर रही वनिता चौधरी नामक महिला का कहना है कि बस का कोई टाइम टेबल ना होने की वजह से उन्हें देर रात तक घर पहुंचना पड़ता है। आए दिन इस परेशानी की वजह से उन्होंने अब अपना फ्लैट बेच कर कहीं अन्यत्र स्थान पर जाने का मन बना लिया है। अंकुश चव्हाण नामक एक अन्य यात्री का कहना है कि एन एन एम टी द्वारा बेलापुर से कल्याण तक के इस लंबे रूट पर इतने वर्षों से सिर्फ एक ही बस चलाई जा रही है जबकि यात्रियों की संख्या दिन- प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। चव्हाण का कहना है कि इस रोड पर एनएमएमटी द्वारा एक और बस चलाई जानी चाहिए।
इधर एनएमएमटी के प्रबंधक योगेश कडूस्कर का कहना है
कि इस महीने के डाटा अनुसार केवल तीन दिन ही बसों की समय सारिणी में लेट लतीफ हुई है। फिर भी नए डिजिटल प्रणाली से चलाई जा रही इस परिवहन सेवा में कई अन्य सुधार किए जा रहे हैं, जिससे यात्रियों को काफी राहत मिल सकेगी।